24. वक़्त को आते न जाते
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*वक़्त को आते न जाते*
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वक़्त को आते न जाते न गुज़रते देखा।
बाद जाने के तेरे सिर्फ़ ठहरते देखा।
जितने अरमान सजाए थे वो मुहब्बत के,
ठहरें लम्हात में अरमानों को मरते देखा।
दम जो भरते थे मोहब्बत का नौजवानी,
उम्र आगे बढ़ी तो प्यार से डरते देखा।
क्या नही करते ज़माने में खुशी की खातिर,
काम जो करने के होते न वो करते देखा।
वक़्त बदले से बदल जाते हैं कुछ लोग यहां,
आम ये बात है कइयों को मुकरते देखा।
फ़राज़ (क़लमदराज़)
S.N.Siddiqui
@seen_९८०७
# आधे अधूरे मिसरे / प्रसिद्ध पंक्तियां
Shashank मणि Yadava 'सनम'
08-Sep-2023 06:39 AM
Wahhhh wahhhh बहुत ही खूबसूरत भाव और अभिव्यक्ति
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Gunjan Kamal
28-Jul-2023 08:14 AM
👏👌
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